Address: KISAN (Krishak Information System And Network), Gonda, Uttar Pradesh, India
ग्रामीण भारत जहाँ देश की 70% जनता रहती है कुल कृषको में 80% लघु एवं सीमान्त कृषक है उनके उत्थान के लिए जमीनी स्तर पर आकड़ो के संयोजन एवं वास्तविक आकड़ो पर योजनाएँ बनाने तथा उर्वरक बीज सब्सिडी आदि सुविधाएँ पारदर्शी रूप से किसानो को डायरेक्ट पहुँचाने की आवश्यकता है इस कार्य के लिए ग्राम स्तर पर किसानो का एक डेटाबेस बनाया जाना आवश्यक है जनपद गोंडा में न्याय पंचायत स्तर पर पी0पी0पी मॉडल के तहत 265 लोकवाणी केंद्र स्थापित है जिनके पास ICT infrastructure उपलब्ध है जिनकी मदद से इस कार्य को किया जा सकता है
किसानो का डाटा बेस बन जाने से निम्न लाभ होगें-
* उर्वरकों बीजों के वास्तविक माँग उत्पादन प्राप्त हो सकेगें।
* माँग के अनुसार उर्वरक/बीजो का कोआपरेटिव/ रिटेल विक्रेताओं के माध्यम से प्रत्येक किसानो को आवंटित किया जा सकेगा।
* जिला/राज्य स्तर पर उर्वरको/बीजो की माँग/ वितरण को मानीटरिंग हो सकेगी।
* कर्इ तरह की Analysis की जा सकेगी जैसे कौन-2 से Fertilizer की किस -2 क्षेत्र में क्या खपत है।
* Transparent System - कोर्इ भी Citizen से लेकर शासन तक उर्वरक, बीज आदि किस विभाग/कोआपरेटिव सोसाइटीज/ किसान को किस मात्रा में आवंटित हो रहा है, देख सकता हैै एवं माँग कर सकता है।
* Area wise उत्पादन के आधार पर फसलों की खरीद हेतु टोकन व्यवस्था।
* सूखा बाढ़ राहत मैनेजमेंट - क्षेत्रवार बोये गये फसल का क्षेत्रफल जनपद स्तर पर उपलब्ध होने से सूखाबाढ़ आदि आपदाओं में राहत सीधे किसानों के खाते में तुरन्त स्थानान्तरित की जा सकेगी।
* कुल होने वाली फसलवार पैदावार की वास्तविक गणना हो सकेगी।
* कृषि उत्पादन हेतु बीज, उर्वरक, पौध संरक्षण औषधियाँ, कृषि यंत्र आदि ससमय उचित मूल्य पर उपलब्ध कराया जा सकेगा।
* SMS Alert के माध्यम से मौसम, मण्डी भाव, फसलों के रोग व उपचार, आपदा, शासकीय योजनाओं व कार्यक्रमों की जानकारी नि:शुल्क उपलब्ध करायी जायेगी।
* शिकायतो का निस्तारण त्वरित गति से किया जा सकेगा।
* किसानो को Soil Health/Soil Testing/ पशुपालन प्रबंधन के बारे में जानकारी दिया जा सकेगा।
* किसानो को फसलों, कृषि उपकरण, प्रशिक्षण आदि के बारे मे जानकारी प्राप्त कराया जायेगा।
* उक्त डाटाबेस का प्रयोग बैंक किसान क्रडिट कार्ड व बीमा कम्पनियां फसल बीमा के लिए प्रयोग कर सकेंगे।
* उक्त डाटाबेस का प्रयोग किसान की फसलों की खरीद हेतु Area wise उत्पादन के आधार पर टोकन व्यवस्था के लिए किया जा सकता है।
Website: http://kisan.nic.in